तबाहियों के मंजर 
 हमेशा से समाचार चेनलों में 
 देखे थे............
 पर आज कल तो ये मंजर
 आम जीवन का हिस्सा हो गए हैं 
 हाँ 
 रोज दिखते हैं 
 रोज महसूस करती हूँ मैं इन्हें 
 अपने जीवन में ............
तबाहियों के मंजर 
हमेशा से समाचार चेनलों में
देखे थे............
पर आज कल तो ये मंजर
आम जीवन का हिस्सा हो गए हैं
हाँ
रोज दिखते हैं
रोज महसूस करती हूँ मैं इन्हें
अपने जीवन में ............
हमेशा से समाचार चेनलों में
देखे थे............
पर आज कल तो ये मंजर
आम जीवन का हिस्सा हो गए हैं
हाँ
रोज दिखते हैं
रोज महसूस करती हूँ मैं इन्हें
अपने जीवन में ............